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March 28, 2024

EXCLUSIVE 

देहरादून: विधानसभा बैकडोर भर्ती घोटाले मामले में विधानसभा अध्यक्ष की ओर से बनाई गई जांच समिति ने रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने आज 2016, 2020 और 2022 में हुई सीभी नियम विरुद्ध भर्तियों को रद्द कर दिया है। इस फैसले के बाद जो सबसे बड़ा खतरा मौजूदा कैबिनेट मंत्री और तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की कुर्सी पर मंडरा रहा है।

विधानसभा बैकडोरी भर्ती मामले में रद्द करने के फैसले के बाद अब भाजपा और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पास केवल दो विकल्प बचे हुए हैं। पहला यह कि या तो भाजपा मंत्री को खुद पद से हटा दे या फिर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल खुद नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दें।

भाजपा के पास कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने का यही सबसे आसान मौका है और प्रेमचंद अग्रवाल भी अपनी कुछ साख बचा पाएंगे। हालांकि, लोग उनके भर्ती घोटाले को लेकर सामने आए बयानों के बाद से ही खासे गुस्से में हैं। कांग्रेस इस मामले को लेकर मुखर थी।

लेकिन, कांग्रेस के सामने संकट यह है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यख करन माहरा ने इस मामले में बेबाक राय रखीं थी। साथ ही यह भी कहा था कि जो भी गलत होगा, उनको राजनीति छोड़ देनी चाहिए। अब सवाल यह है कि क्या पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल इस्तीफा देंगे या नहीं? लेकिन एक बात तय है कि प्रेमचंद अग्रवाल की कुर्सी जरूर हिल सकती है।

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